अपना घर-बार छोडकर थंड, बारीश, गर्मी में दिन-रात देश की सेवा करनेवाले सैनिकों के लिए यदि प्रशासन मच्छरों से बचने के लिए ठोस उपाययोजना निकालने में असमर्थ है यह बहुत गंभीर है !
दंतेवाडा : नक्सलियों से लडनेवाले सैनिक इन दिनों मच्छरों से पस्त हो रहे हैं ! जंगल और पहाड में गश्त के दौरान मच्छरों के दंश के शिकार हो रहे हैं । अब पुलिस लाइन में तैनात दो सैनिकों की दिनों मेकॉज और रायपुर में मृत्यु हो गई । वहीं कोंडासावली कैंप में तैनात दो दर्जन से अधिक सैनिक बीमार हैं । जिन्हें मलेरिया पॉजीटिव बताया गया है ।
अरनपुर-जगरगुंडा मार्ग को बहाल कराने फोर्स नक्सलियों के मांद में कैंप किया है । कोंडासावली कैंप से सडक की सुरक्षा के साथ आसपास के जंगलों में गश्ती कर रहे हैं । इस दौरान मच्छरों के दंश से लडना पड रहा है । जानकारी के अनुसार पुलिस लाइन में तैनात सैनिक सुरेंद्र रावटे और सुनील खाखा ने मेकॉज और रायपुर के हॉस्पिटल में दम तोड दिया । जिन्हें मलेरिया पॉजीटिव था !
इसके अलावा दो दर्जन से अधिक सैनिकों को मलेरिया पॉजीटिव बताया जा रहा है । इनमें से अधिकतर सैनिकों की तैनाती कोंडासावली कैंप में है । ज्ञात हो कि पिछले दिनों भी मलेरिया से पीडित डीआरजी के एक सैनिक की मृत्यु जिला हॉस्पिटल में हुई थी । वहीं एक दर्जन से अधिक मलेरिया पीडितों को हॉस्पिटलाइज कराया गया था ।
ज्ञात हो कि दंतेवाडा के सैनिकों को अधिकतर समय जंगल और पहाडों में बिताना पड रहा हैं । जहां नक्सलियों के साथ अब मच्छरों से भी बचाव के उपाय करने पडते हैं । बताया जा रहा है सैनिकों को मलेरिया से बचाव के लिए दवाएं और किट आदि दी गई है । साथ ही जंगल पानी साफ करने भी क्लोरिन की टेबलेट दिया गया है । बावजूद मच्छरों के दंश से सैनिक नहीं बच पा रहे हैं !
स्त्रोत : नई दुनिया
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